
क्रांतिकारी भगत सिंह का किया गया स्मरण
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पखांजुर से बिप्लब कुण्डू-
क्रांतिकारी भगत सिंह का किया गया स्मरण
पखांजुर==बुधवार को बड़गांव में भगतसिंह का बलिदान दिवस मनाया गया। जिसमें आदिवासी समाज के प्रमुखों ने भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु की छायाचित्र पर का स्मरण कर नारे लगाए गए।
इस दौरान सियाराम पुड़ो ने कहा कि भगत सिंह एक महान क्रांतिकारी थे, जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में अहम योगदान निभाया और अंग्रजों से जमकर टक्कर ली। उनके इस जुनून को देखकर ब्रिटिश सम्राज्य भी हिल गया
भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव तीनों स्वतंत्रता सेनानियों ने मिलकर ब्रिटिश शासकों की रातों की नींद उड़ा दी।अपनी अल्पायु में अपने शौर्य एवं पराक्रम से जनमानस में स्वाधीनता की अलख जगाने और मां भारती के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले तीनो क्रांतिकारी सदैव जीवन भर युवाओं के दिलो में देशप्रेम कि लौ जलता रहेगा। गजेंद्र उसेंडी ने कहा कि आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले भगत सिंह की बहादुरी देख अंग्रेज काफी हैरान थे। लेकिन अंग्रेजों को सबक सिखाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी।
अपने क्रांतिकारी साथियों सुखदेव और राजगुरु के साथ मिलकर अंग्रेजों की असेंबली में बम फेंक दिया। भगत सिंह के ऐसा करने से बौखलाए अंग्रेजों ने राजगुरु और सुखदेव के साथ भगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया और तीनों को फांसी दे दी। उस वक्त भगत सिंह केवल 23 के साल थे। देश के लिए कुर्बानी देने वाले भगत सिंह के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।अंग्रेजों को धूल चटाने वाली देश भक्ति और उनके जब्जे को दिखाते हुए, बालीवुड में कई फिल्में बनीं है। उनके किरदार को और उनकी जीवन से जुड़ी यादों को बड़े पर्दे पर बारीकी से उतारा गया है। इन सभी फिल्मों में कई अभिनेताओं ने उनका किरदार बखूबी निभाया है। भगत सिंह एक महान क्रांतिकारी थे, जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में एक अहम भूमिका निभाई और अंग्रेजों से डटकर सामना किया। इस दौरान दुखुराम नरेटी, गणेश ध्रुवा, मैनु पोटाई, दया उसेंडी, मनोहर उसेंडी, सालिक नेताम, जग्गू सलाम, देवसिंह, सुकलाल समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।